जड़ी-बूटी

कुल्फा (Purtulaca Oleracea) के फायदे एंव औषधीय गुण

कुल्फा (Purtulaca Oleracea) के फायदे एंव औषधीय गुण
कुल्फा (Purtulaca Oleracea) के फायदे एंव औषधीय गुण

कुल्फा (Purtulaca Oleracea)

प्रचलित नाम- कुल्फा, नोनियां, अम्ल ।

उपयोगी अंग- डाली, पत्ते बीज ।

परिचय- यह एक तरह की शाक होती है, जो सर्वत्र प्रसिद्ध है। यह जमीन पर फैलने वाली वर्षाजीवी वनस्पति होती है। यह सारे भारत में उत्पन्न होती है।

स्वाद- बड़ी नोनिया खट्टी होती है।

विशेष- नोनिया छोटी-बड़ी दो तरह की होती हैं।

उपयोगिता एवं औषधीय गुण

नोनिया भारी रहता है। यह वात, कफ, अपच, अर्श (बवासीर) और विष (जहर) को समाप्त करती है। बड़ी नोनिया दस्तावर (पट को साफ करने वाली), गर्म, वातकारक, शोथ (सूजन) और नेत्रों के लिए लाभदायक होती है। इसके साथ ही यह कफ, पित्त, व्रण (जख्म), श्वांस (दमा), कांस (खांसी) तथा प्रमेह के रोगों को खत्म करता है।

1. पेशाब की बीमारी में – बड़ी कुल्फा (बड़ी नोनिया साग) के बीज 1 से 2 ग्राम चूर्ण कर सुबह-शाम खाने से मूत्राशय की सूजन में फायदा होता है। इसे साग के तौर पर 40 से 80 ग्राम सुबह-शाम प्रयोग करने से भी पूरा लाभ होता है। मूत्राशय की सूजन में इसके बीज को चूर्ण की खास उपयोगिता है।

2. दर्द व सूजन- चोट-मोच की पीड़ा अथवा चोट मोच की सूजन पर बड़ी कुल्फा (बड़ी नोनिया साग) पीसकर लेप करने से पीड़ा तथा सूजन दोनों मिट जाती है।

3. रक्तपित्त (खूनी पित्त)- बड़ी कुल्फा का रस सभी प्रकार के रक्तपित्त में लाभकारी होता है। यह 10 ग्राम से 20 ग्राम सुबह-शाम लेना चाहिए।

इसे भी पढ़ें…

About the author

admin

Leave a Comment