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तिधारा थूहर (Triagular Sponge) के फायदे एंव औषधीय गुण

तिधारा थूहर (Triagular Sponge) के फायदे एंव औषधीय गुण
तिधारा थूहर (Triagular Sponge) के फायदे एंव औषधीय गुण

तिधारा थूहर (Triagular Sponge)

प्रचलित नाम- तिधारा थूहर, सेंहुड़।

उपयोगी अंग- पंचांग, मूल, छाल, कांड।

परिचय- यह एक उन्नत, मांसल, चिकना क्षुप या लघु वृक्ष की प्रकार होता है, जो औसतन 12-15 फीट ऊंचा रहता है। इसकी शाखाएँ त्रिकोणक जिन पर कंटकी मूल छोटे-छोटे पैदा होते हैं। पत्ते छोटे-छोटे होते हैं। फूल लाल रंग के रहते हैं।

स्वाद- तीखा ।

उपयोगिता एवं औषधीय गुण

बमक, ज्वनशील, अतिरेचन, दीपन, कफघ्न, ज्वरघ्न, रक्तशोधन।

दाह में, चर्मरोगों, आध्मान, जलोदर, दुग्ध क्षीर का बाहरी प्रयोग अमावात, चर्मरोगों में, व्रण तथा दंतशूल में लाभदायक। कांड का क्याथ-वातरक्त, में नाड़ीरोगों में, श्वित्र, कुष्ठरोग, प्रमेह, पाण्डुरोग, अर्श, मूत्र अश्मरी, कामला काम, श्वास, यक्ष्मा तथा हृदयरोग में लाभदायक। दूध का बाह्य प्रयोग-दांत के दर्द, मस्से तथा आमवातिक पीड़ा में फायदा होता है। शरीर के जिस हिस्से पर भी मस्से अभर आयें हैं वहा पर इसे दो-तीन बार लगाने के पश्चात् मस्से आप ही आप झड़ जाते हैं, अहसास भी नहीं होता है।

मात्रा- कांड का स्वरस (बच्चों को) डेढ़ से तीन माशा। प्रौढ़ों को – डेढ़ से दो तोला ।

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