एक दिन में कितना खाना खाना चाहिए
कार्बोहाइड्रेट्स (Carbohydrates)
पदार्थों में मीठापन होना कार्बोहाइड्रेट्स का द्योतक है। शक्कर और गुड़ में कार्बोहाइड्रेट्स बहुतायत में मिलते हैं जो सरलता से पच जाते हैं और शक्ति देते हैं। एक प्रौढ़ व्यक्ति के लिए चालीस ग्राम गुड़ या शक्कर नित्य चाहिए।
प्रोटीन (Protein)
शरीर में कोशाणुओं (Cells) का निर्माण और नष्ट हुए कोशाणुओं का पुनर्निर्माण प्रोटीन से होता है। कार्बोहाइड्रेट्स की तरह प्रोटीन शक्ति भी देता है। दालों में प्रोटीन मिलता है। दाल में 20-25% प्रोटीन होता है।
वसा (Fat)
पदार्थों में चिकनाई होना वसा का द्योतक है। तेल, वनस्पति घी वसा वाले खाद्य हैं।
लोहा (Iron)
लोहा रक्त बनाता है। शरीर में लोहे की कमी से रक्त बनने में कमी हो जाती है जिससे रक्तक्षीणता (Anaemia) रोग हो जाता है। यह स्त्रियों को अधिक होता है। भारत में रक्तक्षीणता के रोगी बहुत ज्यादा हैं।
रक्तक्षीणता की पहचान- रक्त की कमी से यकृत (Liver) भोजन नहीं पचा पाता। इससे गैस बनती है। आँखों की नीचे की पलक में सफेदी, त्वचा पीली, थकावट, मूर्च्छा आ जाना, पेट खराब रहता है और दुर्बलता बढ़ती जाती है।
लोहा-प्राप्ति के स्रोत
लोहा खाया नहीं जा सकता। इसे भोजन से प्राप्त करना होता है। टमाटर, पालक, शहद आदि में लोहा बहुत मिलता है। चौलाई (प्रतिग्राम में 1.4 मिलीग्राम), हरा धनिया (प्रतिग्राम में 10 मिलीग्राम), सूखी सोयाबीन (प्रतिग्राम में 8 मिलीग्राम), सूखी दालें (प्रतिग्राम में 7.4 मिलीग्राम), मटर दाने (प्रतिग्राम में 5 मिलीग्राम), उबला बथुआ (प्रतिग्राम में 5 मिलीग्राम) लोहा होता है। हमें नित्य 15 से 20 मिलीग्राम लोहा खाना चाहिए जो इन चीजों को खाने से मिल जाता है।
चावल, गेहूँ, मक्का, ज्वार, बाजरा आदि | 450 ग्राम |
दूध, दही, छाछ आदि | 250 ग्राम |
मूँग, उड़द, चना, मसूर आदि की दालें घीया, टिण्डे, तोरई, भिण्डी, परवल आदि | 100 ग्राम |
बिना पत्ते वाली सब्जियाँ | 200 ग्राम |
घी, मक्खन, तेल आदि की चिकनाई | 50 ग्राम |
आम, खरबूजा, सन्तरा, केला, अमरूद आदि फल | 50 ग्राम |
जोड़ | 1100 ग्राम |