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खुजली दूर करने के घरेलू उपाय – Khujli dur karne ke gharelu upay

खुजली दूर करने के घरेलू उपाय
खुजली दूर करने के घरेलू उपाय

खुजली दूर करने के घरेलू उपाय

खाज-खुजली में नमक का सेवन हानिकारक है। इसमें फलाहार और शाकाहार लाभदायक है। फलाहार, शाकाहार से रक्त का क्षार-तत्त्व बढ़ जाता है। क्षार-तत्त्व बढ़ना अच्छा स्वास्थ्य  प्रदान करता है। खाज-खुजली के रोगी का नमक बन्द कर फल, सब्जियाँ बिना स्वाद बढ़ाये अर्थात् उनमें कुछ भी नहीं डालें, कच्ची ही खायें, बहुत लाभ होगा।

केला- दाद, खाज, गंज हो तो केले के गूदे को नीबू के रस में पीस लें और लगायें, इससे लाभ होता है।

नीबू—नीबू चूसें तथा नारियल के तेल में नीबू का रस मिलाकर मालिश करें। खुजली में बहुत लाभ होगा।

हरड़ – पिसी हुई हरड़ दो चम्मच दो गिलास पानी में उबाल कर छान लें। इसके गर्म पानी से जहाँ खुजली चलती हो, धोयें, रूमाल भिगोकर पोंछें। इससे खुजली चलना बंद हो जाता है।

चमेली का तेल —(1) इसमें नीबू का रस समान मात्रा में मिलाकर मालिश करने से सूखी खुजली में बहुत लाभ होता है।

(2) चमेली के तेल में कपूर मिलाकर मालिश करने से खुजली मिट जाती है।

लहसुन- लहसुन को तेल में उबाल कर मालिश करने से खुजली में लाभ होता है। यह रक्त को भी साफ करता है।

गेहूँ—गेहूँ के आटे का लेप करने से चर्म रोग, चर्म-दाह, खुजली, टीस युक्त और अग्नि से जले हुए घाव में लाभ होता है। फोड़े-फुन्सी

अरहर की दाल—अरहर की दाल को दही के साथ पीस कर लगाने से खुजली में लाभ होता है।

चना- चने के आटे की रोटी बिना नमक की 64 दिन तक खाने से दाद, खुजली दूर हो जाती है।

दूध- दूध में पानी मिलाकर रुई के फोहे से शरीर पर मलें। थोड़ी देर बाद स्नान कर लें। इससे खुजली मिट जायेगी।

नारियल– नारियल के तेल में नीबू का रस मिलाकर मालिश करने से खुजली कम होती है।

जापान में यूनिटिका सेंट्रल हास्पिटल के डॉ. हैजीम किमाटा ने 26 व्यक्तियों पर एलर्जी उत्पन्न करने वाले कण जैसे बिल्ली के बाल इत्यादि डालकर उन्हें चार्ली चैपलिन की ऐतिहासिक हास्य फिल्म ‘माडर्न टाइम्स’ दिखाई। डॉ. किमाटा ने देखा कि फिल्म देखते समय लोग खूब हँस रहे थे और उस दौरान उन्हें किसी एलर्जी का एहसास नहीं हुआ। यही नहीं, फिल्म देखने के चार घंटे बाद तक भी व्यक्तियों को कोई परेशानी नहीं हुई। दूसरी ओर जब लोगों को 90 मिनट की साधारण मौसम सम्बन्धी फिल्म दिखाई गई तो उन्हें निरंतर एलर्जी का अनुभव होता रहा। इन परिणामों को देखने के बाद किमाटा ने बताया कि एलर्जी सम्बन्धी रोग के दौरान यदि हमेशा हँसते रहें तो रोग का प्रभाव नहीं होता है। हँसना सेहत के लिए अच्छा है, हँसना ही चाहिये।

जीरा- जीरे को पानी में उबालकर उस पानी से नहाने से बदन की खुजली और पित्ती मिट जाती है। यह अनुभूत है।

काली मिर्च – 10 काली मिर्च पीसकर एक चम्मच घी के साथ दो बार नित्य लेने से सब प्रकार की खुजली एवं विष का प्रभाव दूर हो जाता है।

नीम-इसके सेवन से रक्त साफ होता है। प्रातः 25 ग्राम नीम के पानी का रस लेना लाभदायक है।

दोब—तिल के तेल में दोब का रस मिलाकर मालिश करने से खुजली अच्छी होती है। एक पाव तिल के तेल में 63 ग्राम दोब का रस डालकर आग पर पकाकर ठण्डा होने पर छानकर यदि एक सप्ताह तक मालिश की जाये तो शरीर का कोई भी चर्म रोग हो, इससे आरोग्य हो जाता है।

लाल मिर्च- शोथ, खुजली और त्वचा के रोगों में लाल मिर्च में पकाया तेल लगाना प्रायः लाभदायक रहता है। वर्षा ऋतु में होने वाली फुन्सियों के लिये तो यह विशेष लाभदायक है।

तुलसी- खाज पर तुलसी के पत्तों का रस और नीबू का रस समान मात्रा में मिलाकर लगाने नारियल का तेल 250 ग्राम दोनों को मिलाकर धीमी आँच पर गरम करें। पानी का भाग जल जाने पर गरम तेल में ही 12 ग्राम मोम डालकर हिलायें। बस मरहम तैयार है। फुन्सी, खुजली पर लगाने से इससे बहुत लाभ होगा।

सौंफ- सौंफ और धनिया समान मात्रा में पीस लें। इसमें डेढ़ गुना घी और दुगुनी चीनी मिलाकर से वह प्राय: ठीक हो जाती है। तुलसी के पत्तों का रस 250 ग्राम, रख लें। सुबह-शाम 30-30 ग्राम सेवन करें। हर प्रकार की खुजली में इससे लाभ होता है।

फिटकरी- जननेन्द्रिय पर खुजली होने पर गरम पानी में फिटकरी मिलाकर उससे धोयें।

टमाटर- टमाटर का रस एक चम्मच, नारियल का तेल दो चम्मच मिलाकर मालिश करें, फिर गर्म पानी से स्नान करें, खुजली मिट जावेगी।

जमीकन्द – खुजली जमीकन्द की सब्जी खाने से ठीक होती है। इसे लम्बे समय तक खायें।

बथुआ – नित्य बथुआ उबाल कर निचोड़ कर इसका रस पीवें तथा सब्जी खावें। उबले हुए पानी से चर्म धोवें। कच्चे बथुए का रस चार भाग, एक भाग तिल का तेल मिला कर गर्म करके पानी जला कर तेल की मालिश करें।

परवल– परवल का साग खुजली में नित्य खाना लाभदायक है।

मूँग– छिलके सहित मूँग की दाल इतने पानी में भिगोयें कि वह उस पानी को सोख ले। दो घण्टे भीगने के बाद उसे पीसकर खाज पर लगायें। लाभ होगा।

गुड़ — रक्त विकार वाले व्यक्ति चीनी के स्थान पर गुड़ चाय, दूध, लस्सी आदि में लें। इससे रक्त शुद्ध होकर खुजली दूर होगी।

अजवाइन – खुजली होने पर अजवाइन पीस कर लेप करें। अजवाइन को पानी में उबाल कर उस पानी से धोयें।

शक्कर- जिन्हें खुजली हो वे चीनी या चीनी से बनी चीजें, जैसे-टॉफी, मिठाइयाँ नहीं खायें। इनके स्थान पर मीठे फल खायें। खुजली ठीक हो जायेगी।

कपूर- दस ग्राम कपूर को 100 ग्राम नारियल के तेल में मिलाकर लगाने से लाभ होता है। तेल को जरा-सा गर्म करके फिर कपूर जिससे खुजली शीघ्र बन्द हो जाती है। मिलावें। कपूर में त्वचा को सुन्न करने का गुण है।

नीम- खुजली होने पर नीम का तेल या पानी में निबोली पीसकर लगायें। 25 ग्राम नीम की पत्ती का रस पीने से खुजली में लाभ होता है। यह कुछ दिन नित्य लें।

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