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भूख न लगने के कारण | भूख लगने की होम्योपैथिक दवा | भूख लगने की घरेलू उपाय

भूख न लगने के कारण
भूख न लगने के कारण

भूख (Appetite)

जिसे भूख अच्छी लगती है, उसका स्वास्थ्य अच्छा रहता है। जिसे लम्बी आयु प्राप्त करनी हो उसे बिना कड़ी भूख लगे कुछ भी नहीं खाना चाहिए। भूख में प्राय: तीन बातें अधिकतर मिलती हैं—

(1) भूख न लगना, (2) भूख अधिक लगना, (3) कुछ विशिष्ट चीजें खाने की भूख, जैसे—मिट्टी, कोयला ।

भूख न लगने के कारण

जब बीमार हो जाते हैं तो भूख कम लगती है। कब्ज, व्यायाम करने का अभाव, अधिक मदिरापान और धूम्रपान से भूख कम लगती है। भोजन से पहले तेज से गति से टहलने से भूख अच्छी लगती है और भोजन स्वादिष्ट लगता है।

भूख लगने की होम्योपैथिक दवा

होम्योपैथिक दवा वैनेडियम 6 (Vanadium 6) की दस-दस गोली पाँच बार चूसने से भूख अच्छी लगती है। यह किसी भी होम्योपैथ डॉक्टर से एक ड्राम गोलियाँ ले सकते हैं। यह बहुत सस्ती हैं। भूख न लगने पर सर्वप्रथम मैं इसे ही देता हूँ। क्षुधामान्द्य और पाकाशय यन्त्र के उपदाह को दूर करने के लिए हमें पाचन क्रिया को शक्ति देने के लिए औषधि चाहिए। वैनेडियम एक पाचन-शक्ति-वर्धक औषधि है।

भूख लगने की घरेलू उपाय

नीबू – (1) अदरक का रस एक चम्मच, एक नीबू का रस, एक गिलास पानी, स्वादानुसार नमक मिला कर पीने से भूख अच्छी लगती है।

(2) नीबू और अदरक की चटनी का सेवन करें। मौसम के अनुसार धनिये की पत्ती भी मिलायें। इससे भूख अच्छी लगेगी। भूख न लगने की इच्छा समाप्त हो जायेगी।

(3) नीबू के चार भाग करें पर टुकड़े अलग नहीं हों। एक में नमक, एक में काली मिर्च, में एक में सौंठ और एक में शक्कर लगा कर रात को एक प्लेट में रख कर ढक दें। सुबह तवे पर गर्म कर चूसने से भूख बढ़ेगी, यकृत ठीक होगा।

नारंगी-भूख न लगना। नारंगी की कलियों खायें। एक सप्ताह में ही भूख अच्छी लगने लगेगी।

बेर-बेर खाने से भूख बढ़ती है।

गेहूँ—गेहूँ के पाँच इंच के पौधे उगाकर पर पिसी हुई सौंठ तथा काला नमक डाल कर नित्य इनका रस पीने से भूख बढ़ती है, अच्छी लगती है। गेहूँ के पौधे के अधिक गुण के लिए लेखक की ‘भोजन के द्वारा चिकित्सा’ पुस्तक पढ़ें ।

धनिया – भूख न लगना। यदि भूख कम लगे तो हरे धनिये का रस 30 ग्राम आधा कप पानी में मिलाकर नित्य पिलाने से भूख लगने लगती है।

नमक – सेंधा नमक एक भाग, देशी बूरा (चीनी) चार भाग, दोनों को पीसकर एक कप गर्म पानी में घोलकर खाना खाने के दस मिनट बाद लेने से भूख की कमी दूर हो जाती है।

बर्फ – भूख न लगना। गर्मी के कारण भूख न लगने पर खाना खाने के एक घण्टा पहले बर्फ का पानी पीने से भूख खुलकर लगती है।

सेब – (1) खट्टे सेब का रस एक गिलास, स्वादानुसार मिश्री मिलाकर कुछ दिन तक इसे नित्य पीने से भूख अच्छी लगने लगेगी।

(2) खट्टे सेब के रस में आटा गूँद कर रोटी बना कर नित्य खायें।

मुनक्का–मुनक्का, नमक, काली मिर्च- इन सबको मिला कर गर्म करके खाने से भूख बढ़ती है। पुराने बुखार में जब भूख नहीं लगती है तो यह प्रयोग विशेष लाभदायक है।

अमरूद- खाना खाने के बाद 250 ग्राम अमरूद नित्य खायें। इससे भूख अच्छी लगती है।

चौलाई, करेला, मेथी- नित्य इनकी सब्जी खाने से भूख अच्छी लगती है।

अदरक – अदरक 500 ग्राम लेकर किसनी पर किस लें, बुरादा कर लें। नीबू का रस अच्छी मात्रा में निकाल कर यह किसा हुआ अदरक डाल कर पिसी काली मिर्च व सेंधा नमक डाल दें और खूब हिला-चला कर मिला लें। 24 घंटे बाद इन टुकड़ों को साफ कपड़े पर फैला कर धूप में अच्छी तरह से सुखा लें। इसका एक टुकड़ा मुँह में रख कर चूसें। बहुत ही स्वादिष्ट और रुचिकारक लगेगा साथ ही इसके सेवन से बैठा हुआ गला ठीक होता है, खाँसी व कफ विकार में लाभ होता है, भूख खुलती है, पाचन अच्छा होता है और मसूढ़ों को लाभ होता है।

टमाटर- (1) टमाटर खाने से भूख बढ़ती है। टमाटरों का अधिक-से-अधिक सेवन करें।

(2) टमाटर, गाजर का रस 1-1 कप, अदरक का 1 चम्मच रस मिलाकर दिन में दो बार पीने से भूख खुलती है तथा यकृत ठीक होता है।

इमली-इमली एक गिलास पानी में भिगो कर मसल कर पानी छानकर स्वादानुसार नमक, काली मिर्च मिला कर पीने से भूख बढ़ती है।

अजवाइन-अजवाइन सेक कर स्वादानुसार नमक मिला कर पीस लें। खाने के बाद आधा चम्मच की फँकी लें।

चना-एक कप काले चने तीन गिलास पानी में उबालें। फिर छान कर इस पानी को पीयें इससे जिन्हें भूख अधिक लगती है, वह कम हो जाती है।

लाल मिर्च-लाल मिर्च का होम्योपैथिक मदर टिंचर कैप्सीकम पाँच बूँद एक चम्मच पानी में मिलाकर भोजन से पहले पीने से भूख अच्छी लगती है।

चाय-चाय पीने से भूख कम लगती है।

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