बीमारी तथा इलाज

सूखी खाँसी कूकर खाँसी के घरेलू उपाय

सूखी खाँसी कूकर खाँसी के घरेलू उपाय
सूखी खाँसी कूकर खाँसी के घरेलू उपाय

सूखी खाँसी कूकर खाँसी के घरेलू उपाय

सूखी खाँसी और कूकर खाँसी के घरेलू उपाय निम्नलिखित है-

सूखी खाँसी

गुड़—15 ग्राम गुड़ और 15 ग्राम सरसों का तेल मिलाकर चाटने से लाभ होता है।

तरबूज —सूखी खाँसी में तरबूज खाना उपयोगी है।

आम—पके हुए आम को गरम राख में दबाकर भूनकर ठण्डा होने पर चूसें, इससे सूखी खाँसी ठीक हो जाती है।

खजूर-खजूर सूखी खाँसी में लाभदायक है।

गन्ना — गन्ने का रस पीने से सूखी खाँसी में लाभ होता है। छाती की घरघराहट जाती रहती है।

काली मिर्च-(1) खाँसी में काली मिर्च और मिश्री मुँह में रखें। इससे गला भी खुल जाता है।

(2) काली मिर्च और मिश्री समभाग पीस लें। इसमें इतना घी मिलायें कि गोली बन जाये। इस गोली को मुँह में रखकर चूसें, हर प्रकार की खाँसी में लाभ होगा।

(3) दस-दस काली मिर्च पीसकर शहद में मिलाकर सुबह-शाम चाटें। रात को काली मिर्च और दूध गरम करके पीयें।

गाजर- गाजर का रस 310 ग्राम, पालक का रस 125 ग्राम मिलाकर पीने से श्वास नली की सूजन (ब्रोन्काइटिस) में आराम होता है।

सूखी खाँसी में बादाम मुँह में रखने से गला तर रहता है, खाँसी में लाभ होता है।

कूकर खाँसी (Whooping Cough)

कूकर खाँसी एक संक्रामक रोग है। एक बालक के होने पर सम्पर्क में आने वाले अन्य बालको को भी यह हो जाती है। इसे Pertussis भी कहते हैं जिसका शब्दार्थ है— PER TUSSIS = खाँसी अर्थात् अधिक खाँसी। पहले हल्का-सा बुखार रहता है। खाँसी धीरे-धीरे = अधिक, बढ़ती जाती है। दिन-रात बार-बार खाँसी के वेग उठते हैं। खाँसी का ताँता-सा बँध जाता है और खाँसी आधे से एक मिनट तक चलती है। दम घुटता-सा लगता है, आँखें लाल हो जाती है और खाँसते-खाँसते उलटी भी हो जाती है। खाँसने में हूप (Whoop) जैसी आवाज होती है, इसलिए, इसे हूपिंग कफ (Whooping Cough) कहते हैं। यह बच्चों के लिए अति कष्टदायक दीर्घकालीन रोग है। चिकित्सा पद्धतियों की मान्यता है कि इसे ठीक होने में 4-6 सप्ताह लग जाते हैं लेकिन भोजन द्वारा चिकित्सा एवं होम्योपैथिक दवाइयों से यह शीघ्र ठीक हो जाती है।

नारियल – कूकर खाँसी में नारियल का शुद्ध तेल बिना किसी सुगन्ध की मिलावट वाला एक वर्ष के बालक को 4-4 ग्राम नित्य चार बार पिलाने से लाभ होता है।

लहसुन – (1) पाँच बादाम शाम को पानी में भिगो दें। सुबह छीलकर उसमें मिश्री और एक कली लहसुन की मिलाकर पीस लें और खिलायें। दो-तीन दिन में कूकर खाँसी या काली खाँसी ठीक हो जायेगी। बच्चे को लहसुन की माला पहनाना व इसके तेल की मालिश भी लाभदायक है।

(2) लहसुन का ताजा रस दस बूँद, शहद और पानी चार-चार ग्राम, ऐसी एक-एक मात्रा दिन में चार बार दें। गन्ना-कच्ची मूली का रस एक छटाँक (62 ग्राम) गन्ने रस में मिला कर दिन में दो बार पिलाने से कूकर खाँसी में लाभ होता है।

फिटकरी- चने की दाल के बराबर पिसी हुई फिटकरी गर्म पानी से नित्य तीन बार लेने से कूकर खाँसी ठीक होती है।

लौंग-लौंग को आग में भूनकर शहद में मिलाकर चाटने से कूकर खाँसी ठीक हो जाती है।

तुलसी- तुलसी के पत्त और काली मिर्च समान भाग पीस लें। इसकी मूँग के बराबर गोलियाँ बना लें। एक-एक गोली चार बार दें। इससे कूकर खाँसी ठीक हो जाती है।

अमरूद – एक अमरूद को गर्म रेत या राख में सेक कर सुबह-शाम दो बार खाने से कूकर खाँसी में लाभ होता है।

मक्का-मक्का का भुट्टा जलाकर उसकी राख पीस लें। इसमें स्वाद अनुसार सेंधा नमक मिला लें। नित्य चार बार चौथाई चम्मच गर्म पानी से फँकी लें, लाभ होगा।

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