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सफेद बाल होने के कारण | बाल काले करने के घरेलू उपाय

सफेद बाल होने के कारण
सफेद बाल होने के कारण

सफेद बाल होने के कारण

बाल एपीडर्मिस नामक कोशिकाओं से बनते हैं। बालों की जड़ों में पाये जाने वाली सेबेक्वस ग्रंथियों से सेबम नाम का तैलीय तत्त्व निकलता है जिससे बालों का रंग निर्धारित होता है तथा साथ-ही-साथ इससे बालों को पोषण भी प्राप्त होता है। बालों को बाहरी तरीके से पोषक तत्त्व नहीं प्रदान किये जा सकते। बालों को पोषक तत्त्व रक्त से ही मिलते हैं।

शरीर में प्राकृतिक पदार्थ मेलेलिन है। इसका जब ज्ञात-अज्ञात कारणों से क्षय होता है, बालों की जड़, कोषों को पूरा तत्त्व नहीं मिलता या जड़ कोष दुर्बल होते हैं तब बाल असमय में सफेद होने लगते हैं। सफेद बाल होने के निम्नलिखित कारण माने जाते हैं—(1) मेलेलिन पदार्थ का क्षय, (2) अधिक शोक, चिन्ता ग्रस्त होना, (3) अधिक रात्रि जागरण, (4) अधिक, असमय में तथा खड़े-खड़े सम्भोग, (5) पैतृक वंशागत, (6) नजला युक्त, (7) अधिक गरम एवं अपरिपक्व रसायनों का सेवन, (8) दुःखी मन (हताशायुक्त) निराश प्रेमी, (9) अखाद्य तेलों का उपयोग, (10) सिर में रक्त का अपूर्ण भ्रमण, (11) सिर से तेल या पसीना निकलना, (12) शरीर में उपदंश का असर एवं क्षति, (13) ज्यादा धूप में रहना, (14) ज्यादा भूखा रहना, उपवास करना, (15) लम्बे व्यक्तियों में थाइराईड ग्रन्थि का विशेष स्राव, (16) मिक्स तेल से बनी वस्तुएँ अधिक खाना, (17) सिर में सफेद दागों का उद्भव, (18) शामक (जल जाने का) असर, (19) बालों में हाइड्रोजन पेरोक्साइड का बार-बार उपयोग, (20) मानसिक आघात का  सन्देश, (21) अति गर्म भोजन, बल से अधिक श्रम, क्रोध, भय, ईर्ष्या और असफलता, (22) भोजन में विटामिन बी, लोहा, जस्ता और आयोडीन की कमी, (23) बालों को गर्म पानी से धोना और ड्रायर से सुखाना, (24) कब्ज, (25) अति सुगन्धित तेल (26) रिफाइण्ड शक्कर और इनसे बने अन्य पदार्थ, जैसे-चाय, कॉफी, साफ्ट ड्रिंक, पेस्ट्री, जैम और जैली खाने से बचना चाहिए। इन पदार्थों से शरीर की ऊर्जा जाती है और त्वचा में झुर्रियाँ पड़ती हैं तथा असमद में बाल सफेद होने लगते हैं।

(फिलीपाइन की राजकुमारी ‘मैरी’ के पति की दुर्घटना में मृत्यु का सन्देश सुनने से 21 वर्ष की मैरी के समस्त बाल एक रात में ही सफेद हो गये थे।)

बाल काले करने के घरेलू उपाय

सिर में सरसों का तेल औषधियुक्त – एक किलो सरसों का तेल, रतनजोत, मेहँदी के पत्ते, जल भाँगरा के पत्ते, आम की गुठलियाँ प्रत्येक 100 ग्राम- इन सब को कूट कर लुगदी बना लें और पानी में दो दिन भिगो दें। पानी इतना हो कि ये उसमें डूबी रहें। फिर इस पानी को छान लें और लुगदी को निचोड़ लें। इस पानी को सरसों के तेल में इतना उबालें कि पानी सारा जल जाये, केवल तेल ही रहे। इसे छान लें। यह तेल नित्य सिर में लगायें।

प्रातः शीश-आसन तथा सुबह-शाम 250 ग्राम दूध पीयें।

नीबू – नीबू के रस से सिर में मालिश करने से बालों का पकना, गिरना दूर हो जाता है। नीबू के रस में पिसा हुआ सूखा आँवला मिलाकर सफेद बालों पर लेप करने से बाल काले होते हैं। इससे बालों के अन्य रोग भी ठीक हो जाते हैं।

घी- घी खायें। बालों की जड़ों में घी की मालिश करें।

तुरई- तुरई के टुकड़ों को छाया में सुखा कर कूट लें। इनमें नारियल का तेल इतना डालें कि ये डूबे रहें। इस प्रकार चार दिन तेल में भिगोयें, फिर उबालें और छान कर बोतल भर लें। इस तेल की मालिश करें, लगायें। बाल काले होंगे।

गाजर- नित्य गाजर का रस पीने से बाल स्वस्थ रहते हैं।

प्याज- प्याज को पीसकर बालों पर लेप करने से बाल काले रंग के उगने हैं।

दही- आधा कप दही में दस पिसी काली मिर्च, एक नीबू निचोड़ कर मिला लें। इसे बालों पर लगा लें और बीस मिनट रहने दें, फिर सिर धोएँ इससे बाल मुलायम और काले हो जायेंगे।

तिल- जिनके बाल सफेद हो गये हों, बाल झड़ते हों यदि वे नित्य तिल खायें और तेल शुरू हो जाते लगायें तो उनके बाल लम्बे मुलायम व काले हो जायेंगे।

क्रोध- अधिक क्रोध व चिन्ता से बाल सफेद हो जाते है। अतः चिन्ता न कर मानसिक सन्तुलन बनाये रखें।

मेथी- मेथी बालों को सफेद होने से रोकती है। इसे खायें, तेल में लगायें।

गेहूँ- गेहूँ के पौधे का रस पीने से भी बाल कुछ समय बाद काले हो जाते हैं। रस बनाने। की विधि ‘कैन्सर’ में देखें।

काली मिर्च- जुकाम से बाल सफेद हो जाते हैं। यदि बाल जुकाम से सफेद हो गये हो तो दस काली मिर्च नित्य भूखे पेट एवं शाम को चबा-चबा कर निगल जायें। इससे कफ-विकार नष्ट होगा तथा काले बाल पुनः उगना प्रारम्भ होंगे। यह प्रयोग कम-से-कम एक साल से अधिक करें। काली मिर्च तिल के तेल में मिलाकर लगायें तो अधिक लाभ होगा।

आँवला- (1) बालों की जड़ों में तुलसी व हरा धनिया पीसकर बराबर मात्रा में आँवले के रस के साथ कुछ दिन तक लगाएँ। बाद में सादे पानी से बालों को धो दें।

(2) 6 चम्मच मेहँदी, पिसा हुआ सूखा आँवला चार चम्मच, एक चम्मच कॉफी, चौथाई चम्मच कत्था—इन सबको मिला कर एक दिन लोहे के बर्तन में कॉफी के उबले हुए पानी में भिगोयें। दूसरे दिन बालों पर लेप करें। लेप 20 मिनट लगा रहने दें। फिर सिर धोयें। सिर में आँवले का तेल लगायें। आँवला बालों के लिए एक प्राकृतिक देन है। इसे बालों में किसी भी तरह लगाएँ व इसका रस पीएँ।

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