अरबी (Greatleaved Caldeium)
प्रचलित नाम- अरबी, घुइयां, अरुई।
उपयोगी अंग- पत्ते, कन्द ।
परिचय- अरबी को घुइयां के नाम से भी जाना जाता है। पत्तों और डंठलों के रंग के मुताबिक अरबी की दो किस्में होती हैं। विशेष रूप से इसकी खेती कन्द के लिए ही की जाती है। इसके कन्द की सब्जी भी बनायी जाती है। उपवास के वक्त इन्हीं कन्दों का प्रयोग फलाहार के लिए किया जाता है। इसके पत्तों की भी सब्जी बनाई जाती है। कुछ प्रजातियों के कन्दों में कनकनाहट पायी जाती है; जो उबाल देने के पश्चात् समाप्त हो जाती है। पत्तियों में कनकनाहट कन्द की तुलना में ज्यादा पायी जाती है।
उपयोगिता एवं औषधीय गुण
अरबी शीतल, अग्निदीपक (भूख को बढ़ाने वाली), बल की बढ़ोत्तरी करने वाली और महिलाओं के स्तनों में दूध बढ़ाने वाली है। अरबी के सेवन से पेशाब ज्यादा मात्रा में होता है एवं कफ और बायु की बढ़ोत्तरी होती है। अरबी कन्द में धातुवृद्धि की भी शक्ति है। अरबी के पत्तों का साग वायु और कफ बढ़ाता है। अरबी के पत्ते बेसन के साथ स्वादिष्ट तथा रुचिकर लगते हैं, फिर भी उसका ज्यादा मात्रा में सेवन सही नहीं है। अरबी की किसी भी किस्म को कच्चा नहीं खाना चाहिए।
अरबी की सब्जी बनाकर खायें। इसकी सब्जी में गरम मसाला, दालचीनी तथा लौंग डालें। जिन व्यक्तियों को गैस बनती हो, घुटनों के दर्द की शिकायत और खांसी हो, उनके लिए अरबी का ज्यादा मात्रा में उपयोग हानिकारक हो सकता है।
अरबी बलदायक, स्निग्ध, भारी, हृदय रोग और कफनाशक है। तेल में भूनी अरबी रुचिकर है।
1. अरबी के पत्तों की डाली को पीसकर लेप करने से गिल्टी रोग में लाभ होता है।
2. अरबी त्वचा का सूखापन और झुर्रियां भी दूर कर देती है। सूखापन चाहे आंतों में हो या श्वास नली में, अरबी खाने से फायदा होता है।
3. अरबी के मुलायम पत्तों का रस और जीरे की बुकनी में मिलाकर देने से पित्त प्रकोप मिट जाता है।
4. अरबी के पत्तों का रस 3 दिन तक पीने से पेशाब की जलन नष्ट हो जाती है।
5. अरबी के पत्ते के डण्ठल जलाकर उनकी राख तेल में मिलाकर लगाने से फोड़े खत्म हो जाते हैं।
6. अरबी की सब्जी खाने से दुग्धपान कराने वाली महिलाओं का दूध बढ़ता हैं।
इसे भी पढ़ें…
- अकरकरा (Pellitory Root) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अतिबला (Horndeameaved Sida) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- चिरचिरा (Roughchafftree) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अमरूद (Guava) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अफीम (Opium) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अनन्नास (Pineapple) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अनन्त मूल (Indian Sarsaprila) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- आर्द्रक शुण्ठी (Ginger Root) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अतिविषा (Indian Attes ) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अडूसा (Atotonda Vasica) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अर्जुन (Terminelia Arjun) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अपराजिता (Megrin) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अजमोदिका (Bishops Weed Seed) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अकलबेर (Indian Shot) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अरंडी (caster oil) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अखरोट (Walnut) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- आलू (Potato) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- आलूबुखारा (Bokhara) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अम्लवेत (Common Soral) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अरहर (Pigeonpea) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अरबी (Greatleaved Caldeium) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अलसी (Linseed) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- आस (Myrtus Commnuis) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- ओखराढ्य (Molluga Hirta) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अमरबेल (Cuseutriflexa) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण
- अनार (Pomegranate) की उपयोगिता एवं औषधीय गुण