मुंह के छालों का इलाज
केला- जीभ पर छाले होने पर दो केले दही के साथ प्रातःकाल सेवन करें।
शहतूत- छाले और गलग्रन्थियों में शहतूत का शर्बत एक चम्मच एक कप पानी में मिलाकर गरारे करने से लाभ होता है।
धनिया- मुँह के छालों में धनिये का महीन चूर्ण, बोरेक्स अथवा खाने के सोडे में मिलाकर छालों में लगाने से लाभ पहुँचता है। पिसा हुआ धनिया छालों पर डालने से भी लाभ होता है। लार आना भी छालों में ठीक होता है। हरे धनिये का रस भी छालों पर लगायें। साबुत धनिया पानी में उबाल कर गरारे करें।
ग्लिसरीन – मुँह में छालों पर ग्लिसरीन लगाने से लाभ होता है।
तुलसी- तुलसी और चमेली के पत्ते चबाने से छाले ठीक हो जाते हैं।
टमाटर- जिसे बार-बार छाले होते रहते हैं, उसे टमाटर अधिक खाने चाहिए। छालों के लिए टमाटर औषधि का काम करता है।
करेला– मुँह में छाले होने पर करेले के रस से कुल्ला करना चाहिए। करेले के रस को थोड़ा-सा गर्म करके उसमें पिसी हुई फिटकरी डाल कर कुल्ला करने से भी छाले ठीक होते हैं।
चमेली- मुँह में जहाँ छाले हों, चमेली के पत्तों को चबाकर रखें, दो मिनट बाद थूक दें, फिर पानी से कुल्ले कर लें, छालों में लाभ होगा। इससे मुँह में वेदना होगी, डरें नहीं।
हरड़- पिसी हुई हरड़ एक चम्मच नित्य रात को गर्म दूध या गर्म पानी से फँकी लें। शहद में पिसी हुई बारीक हरड़ मिलाकर छालों पर लगायें, लाभ होगा।
तुमरु के बीज- तुमरु के बीज पंसारी, अत्तार के मिलते । इनको जीभ पर रखने से ठंडक लगती है, त्वचा में चुनचुनाहट-सी होती है। थोड़ी देर बाद लार निकलती है, दर्द बन्द हो जाता है। इन बीजों को बारीक पीस कर छार्लो पर डालें, भुरकायें। थोड़ी देर बाद थूक दें। ऐसा तीन बार नित्य करें।
नीबू- नीबू को गर्म पानी में निचोड़कर कुल्ले करें। छालों को ठीक करने हेतु अत्यधिक मात्रा में नीबू का सेवन करें। फिटकरी पानी में घोलकर कुल्ले करने से छाले ठीक हो जाते हैं।
सौंफ- जिन लोगों के छाले होते रहते हैं, वे खाने के बाद थोड़ी सौंफ लिया करें, छाले नहीं होंगे।
कपूर—देशी घी में कपूर मिला कर नित्य चार बार लगायें और लार गिराते रहें, फिर कुल्ला करें।
पान- पान में चने की दाल के बराबर कपूर का टुकड़ा डालकर पान चबायें, पीक थूकते जायें। पीक पेट में न जाने पाये, इसका ध्यान रखें।
अरहर — अरहर की दाल छिलकों सहित पानी में भिगो कर उस पानी से कुल्ले करने पर – छाले ठीक हो जाते हैं। गर्मी का प्रभाव दूर करती है। घी रात को सोते समय छालों पर घी लगाने से लाभ होता है।
मेहँदी- मेहँदी को पानी में भिगोकर उस पानी से कुल्ले करने से छाले मिटते हैं अथवा पत्तों को मुँह में रखकर चबाने से भी मुँह के छाले मिटते हैं।
हल्दी – 15 ग्राम पिसी हुई हल्दी एक किलो पानी में उबालें, ठण्डा होने पर उस पानी से सुबह-शाम गरारे करने से लाभ होता है।
काली मिर्च – 15 ग्राम काली मिर्च और 30 ग्राम किशमिश मिलाकर चबाने से मुँह के छाले ठीक हो जाते हैं।
जीरा—मसूड़े फूलना, दर्द, टीस आदि होने पर भुना हुआ जीरा और सेंधा नमक समान भाग पीसकर, छान कर मसूड़े पर रगड़ें और लार टपका दें, लाभ होगा।
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